आज भी गरीब को गरीब बनाए रखने का षड्यंत्र रचा जाता है. ताकि एक विशेषजाति के वर्चस्व को कोई खतरा महसूस ना हो.
हम से बाद में आज़ाद होने वाले मुल्क China, South Korea, Japan, Vietnam, Singapore और Hong Kong मानव विकास सूचकांक में सबसे ऊपर हैं.
कारण इन दक्षिण एशिया के इन देशों में जनता के शिक्षा, स्वास्थ्य पर भारी निवेश कर निशुल्क उपलब्ध कराया. बच्चों के टीकाकरण, आहार पर पैसा लगाया.
इन देशों ने दलदलों को सुखाया. मच्छरों का विनाश किया. और जनता को बिजली सड़क और साफ पानी मुहैया कराया. इन सबका मूल उद्देश्य लोगों को सुखी बनाना नही, बल्कि राष्ट्र को मजबूत बनाना था.
एशिया में मानव विकास सूचकांक मामले में INDIA 48वें पायदान पर है और दुनिया में 130 के बाद नंम्बर आता है. लाखों भारतीय आज भी मिडिल ईस्ट, यूरोप और अमेरिका में रोजगार की तलाश में जाते हैं.
जब ASIA में डंका नही बज रहा है तो विश्व में डंका कैसे बज रहा है. नेता, न्यूज़ रूम के पत्रकार, उद्योगपति, फ़िल्मी सितारे और ब्यूरोक्रेट्स अमीर हैं लेकिन जनता गरीब है.
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