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राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा के तत्वावधान में 648वां संत रविदास जी का जयंती(SRD) छात्रावास लाल डिग्गी गोरखपुर में श्रद्धेय चंद्रिका प्रसाद भारती जी (एडवोकेट) के अध्यक्षता में संपन्न हुआ


 संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की 648वीं जयंती की संपन्न

कल दिनांक-12 फरवरी 2025 को समय 5:00 शाम को स्थान संत रविदास छात्रावास लाल दिग्गी पार्क गोरखपुर में राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा के तत्वाधान में 648 व संत शिरोमणि रविदास जयंती का आयोजन श्रद्धेय चंद्रिका प्रसाद भारती (एडवोकेट) राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि- मा.जवाहीर सी.डी.पी.ओ. बड़हलगंज गोरखपुर विशिष्ट अतिथि- मा.अनुज अस्थाना जी वरिष्ठ अधिवक्ता सिविल कोर्ट गोरखपुर, आ. रामानुज राव एडवोकेट,आ. विजय कुमार एडवोकेट आ. सत्यानंद गौतम पूर्व ए.डी.जी.सी., आ. राधेश्याम जी के गौरवमयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बुद्धि सागर गौतम राष्ट्रीय महासचिव राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा ने की। कार्यक्रम के शुभारंभ सर्वप्रथम मुख्य अतिथि  जवाहीर जी द्वारा  संत रविदास और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात  त्रिशरण पंचशील डॉ. बुद्धि सागर गौतम ने दी। इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। बतौर विशिष्ट अतिथि- अनुज अस्थाना एडवोकेट सिविल कोर्ट गोरखपुर ने कहा कि संत रविदास पुनर्जागरण काल के सबसे महान महापुरुष थे जिन्होंने मनुवादी  व्यवस्था  के विरुद्ध समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व,भाईचारे के लिए संघर्ष किया। विजय कुमार एडवोकेट,सत्यानंद गौतम एडवोकेट राधेश्याम बामसेफ के नेता ने कहा कि धन्य है संत रविदास जिन्होंने सत्य मार्ग पर चलकर अंधविश्वास, झूठ, फरेब,पाखंडी,मनुवादियों ने समाज को वर्गों में विभाजित करने वाले  के  विरुद्ध संघर्ष किया और रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ने का काम किया ऐसे महापुरुषों को शत-शत नमन करता हूं।वक्ता के रूप में ओमकार धारिया राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष,पुरुषोत्तम कुमार बौद्ध जिला अध्यक्ष, सूर्य विश्वास जिला प्रभारी ने संत रविदास के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डाला और कहा कि संत रविदास ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने छुआछूत, पाखंडों के विरुद्ध जीवन भर संघर्ष करते रहे और मनुवादी व्यवस्था के विरुद्ध लड़े।  मुख्य अतिथि जवाहिर ने  कहा कि रविदास जी ने समाज में व्याप्त ऊँच-नीच, भेदभाव, छुआछूत और पाखंड के खिलाफ़ आवाज़ उठाई। उन्होंने समानता, प्रेम और न्याय पर आधारित समाज की कल्पना की, जहाँ सभी को भोजन और सम्मान मिले। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चंद्रिका प्रसाद भारती (एडवोकेट) राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सर्दियों से दबे कुचले पिछड़े समाज को मानवादी सोच ब्राह्मणवादी व्यवस्था के लोगों ने शोषण उत्पीड़न दमन किया है जिससे आज भी समाज अपने अधिकारों के प्रति वंचित रहा है ऐसे समाज को बदलने के लिए महान संत शिरोमणि रविदास ने संकल्प लिया और ईश्वरवादिता को खत्म करने का निर्णय लिया और कहा कि "ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न।

छोट-बड़ो सब सम बसैं, रविदास रहे प्रसन्न।।"

गुणों को सर्वोपरि मानने वाले गुरु रविदास जी ने कहा:

"रैदास बाह्मण मत पूजिए, जो होवे गुणहीन।

पूजही चरण चांडाल के, जो होवे गुण प्रवीन।।"

उनका जीवन और विचार हमें सामाजिक समरसता और न्याय की राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं। 

इस पावन अवसर पर आप सभी को संत रविदास जी की जयंती की कोटि-कोटि बधाइयाँ देते हुए कार्यक्रम को समापन की घोषणा करते हैं कार्यक्रम में  विकास कुमार रघुवीर दिव्यांशु कुमार आशुतोष रंजन अभिनव कुमार गौतम दीपक कनौजिया आशीष कुमार भास्कर प्रभात कुमार सुजीत कुमार राव नीतीश कुमार संजय कुमार अभिषेक कुमार राकेश कुमार विशाल राठौर जय जगदीश आर्य संजय कुमार राजकुमार मनीष कनौजिया रंजीत कुमार बलिंदर कुमार प्रमोद कुमार अभिषेक कुमार विकास कुमार राजपथ कुमार विवेक कुमार किशोर कुमार आदित्य सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। 

          राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा

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